प्रोवोस्ट की कलम से
विश्वविद्यालय महिला छात्रावास परिवार के एक वरिष्ठ सदस्य के नाते मैं इसके खुले प्रांगण में आप सभी का तहे दिल से स्वागत करती हूँ। इसका हरा भरा प्रांगण, उन्मुक्त एवं स्वच्छंद वातावरण, सभी कर्मियों की सहृदयता और आत्मीयता आपका मन मोह लेगी। अपने – अपने घर– परिवार से विलग होकर अलग, अकेले रहना प्रारंभ में कष्टप्रद होता है किंतु आशा है कि छात्रावास के खुशनुमा माहौल में आप इतना रच– बस जाएँगे कि आपको शीघ्र ही परिवार की कमी नहीं खलेगी और आप इस छात्रावास परिवार का एक अभिन्न अंग बन जाएँगे। छात्रावास की विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर एक ओर आपका मनोरंजन होगा तो दूसरी ओर अपने कर्त्तव्यों का वहन करते हुए आप एक ज़िम्मेदार नागरिक बनेंगे। इस छात्रावास से निकले सदस्य अपने जीवन में उच्च पदों पर आसीन हैं और अत्यंत खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। आशा है, आप सब भी प्रगति के पथ पर अग्रसर होंगे और आपका जीवन सुखी, समृद्ध और शांतिपूर्ण होगा तथा आप भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगे।
शुभाशीष सहित
प्रोवोस्ट